PRINCIPLES OF STOCK MANAGEMENT IN HINDI

                                                          

                        PRINCIPLES OF STOCK MANAGEMENT IN HINDI

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सब-सेंटर पर आपूर्ति रख-रखाव के सिद्धांत
या
स्टॉक और सामग्री प्रबंधन में नर्स की भूमिका

नर्स को आपूर्ति प्रबंधन के दौरान निम्नलिखित महत्वपूर्ण सिद्धांतों का ध्यान रखना चाहिए:


सामग्री (Supplies):

  1. इन्वेंट्री प्रबंधन (Inventory Management):
    नियमित रूप से इन्वेंट्री स्तर की निगरानी और प्रबंधन करें ताकि आवश्यक वस्तुओं जैसे दवाइयों, टीकों और उपभोग्य सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे।
  2. पहले समाप्त होने वाला पहले उपयोग (First-Expiry-First-Out – FEFO):
    समाप्ति तिथि के अनुसार वस्तुओं का उपयोग सुनिश्चित करें ताकि बर्बादी कम हो और पहले पुरानी सामग्री का उपयोग हो।
  3. सही भंडारण (Proper Storage):
    सामग्री को स्वच्छ, सूखी और सुरक्षित जगह पर उचित तापमान नियंत्रण और क्षति से सुरक्षा के साथ संग्रहित करें।
  4. नियमित स्टॉक जांच (Regular Stock Checks):
    नियमित रूप से स्टॉक की जांच करें ताकि किसी भी गड़बड़ी, कमी या समाप्त सामग्री की पहचान और समाधान किया जा सके।

उपकरण (Equipment):

  1. नियमित रखरखाव (Regular Maintenance):
    उपकरणों की नियमित जांच और रखरखाव करें ताकि वे अच्छी स्थिति में कार्यरत रहें, जिसमें कैलिब्रेशन और परीक्षण शामिल हो।
  2. रोकथामात्मक रखरखाव (Preventive Maintenance):
    उपकरणों की विफलता रोकने के लिए सफाई, चिकनाई और पुराने हिस्सों को बदलना जैसी रोकथामात्मक गतिविधियाँ करें।
  3. मरम्मत और प्रतिस्थापन (Repair and Replacement):
    खराब या क्षतिग्रस्त उपकरणों की शीघ्र मरम्मत या प्रतिस्थापन करें ताकि सेवा में बाधा आए।
  4. प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण (Training and Capacity Building):
    सुनिश्चित करें कि स्टाफ को उपकरणों के उपयोग और रखरखाव में प्रशिक्षित और दक्ष बनाया गया है।

सामान्य सिद्धांत (General Principles):

  1. गुणवत्ता आश्वासन (Quality Assurance):
    सभी आपूर्तियाँ और उपकरण गुणवत्ता मानकों के अनुसार होने चाहिए और विश्वसनीय स्रोतों से खरीदे जाएँ।
  2. मानक संचालन प्रक्रिया (Standard Operating Procedures – SOPs):
    सामग्री और उपकरणों के प्रबंधन हेतु SOPs विकसित करें और उनका पालन करें ताकि कार्य कुशलता और नियमितता बनी रहे।
  3. निगरानी और मूल्यांकन (Monitoring and Evaluation):
    आपूर्ति और उपकरण प्रबंधन की नियमित निगरानी और मूल्यांकन करें ताकि सुधार की संभावनाओं की पहचान हो सके।
  4. सहयोग और संवाद (Collaboration and Communication):
    स्टाफ, आपूर्तिकर्ताओं और अन्य संबंधित पक्षों के बीच सहयोग और संवाद को बढ़ावा दें ताकि आपूर्ति और उपकरणों का प्रभावी प्रबंधन सुनिश्चित हो सके।

इन सिद्धांतों का पालन करके, सब-सेंटर में सामग्री और उपकरणों का प्रभावी रखरखाव किया जा सकता है, जो गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने के लिए अत्यंत आवश्यक है।


2 comments:

  1. Nice Post and giving us good knowladge about "nursing agency"

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  2. Earned valuable CEUs through the STABLE Program CEU module—very informative.

    STABLE Program CEU

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